Thursday, March 19, 2020


Image result for girl in mirror

कुछ गुनगुने से दिल की दस्तक है तो आज माथे पे ज़ुल्फ़ें संवार कर निकल। 
हाथों में चूड़ी और होठों पर लाली, आईने को दो बार चूम कर निकल। 
सुरमई नैनों में दो-चार को गिरफ़्तार होने की इजाज़त दे दे,
ज़माने को भूल कर, ख़ुद पर ऐतबार कर निकल। 
Image result for sun in hand

सूरज को बंद कर के मुट्ठी में, मैंने चमकना सीख लिया है,
तपिश से सिहरन होती तो बहुत थी, पर मैंने चहकना सीख लिया है। 
वो जो समझाते थे ज़माने का दस्तूर मुझे, आज परदे में क़ैद हैं, 
पर्दानशीं ने आज दस्तूर बदलना सीख़ लिया है। 
Image result for wondows painting

झरोखों से आगे, आसमान और भी हैं...  
इस दर के आगे राहें और भी हैं। 
टेढ़ी-मेढ़ी पगडंडियों से डर न जाना हमसफ़र मेरे ... 
चौरस्तों के आगे, मुक़ाम और भी हैं। 

Image result for couple tattoo


कुछ हम ने ना कहा, और तुम सुन लो।
कुछ तुम ने ना कहा, और हम महसूस करें...
कुछ ऐसी ही छोटी ख्वाहिशों का नाम है ज़िन्दगी ,
ना तुम कहो, न हम कहें...  

साँस लेते ख़्वाब...

Image result for dreams catcher


ख़्वाबों को साँस लेने दो,
पलकों से निकलकर ज़िन्दगी की पनाह लेने दो।
पासबाँ मुन्तज़िर है आज भी कहीं ,
बस जुस्तजुओं को हर्फ़ों में तब्दील होने दो।


*पासबाँ  = Saviour , मुन्तज़िर = someone awaiting ,  हर्फों = letters (words), जुस्तजू = Wishes

Image result for couples in crowd


यूँ तो ग़ुम हूँ मैं इस दुनियाँ की भीड़ में। 
एक तेरे साथ होने से मेरी पहचान है...

चुप्पी

Image result for shhh


चुप्पी को लफ़्ज़ों का सहारा लेना होगा। 
मेरे लहज़े अब बेज़ुबान हो चले हैं। 



मेज़ पर वो ख़ाली ग़िलास , बयां कर रहे हैं दास्ताँ पिछली रात की। 
हम भी थे और तुम भी थे , बस अल्फ़ाज़ दरमियान न थे।

चादर की वो सरसराहट, सासों में हरारत सी थी।
दिल की सरगोशी से ख्वाबों के निकलने की आहट सी थी।
अल्फ़ाज़ दरमियान न थे, बस कुछ कश्मक़श सी थी।
वो सुरूर, वो मदहोशी बस काफी न थे दूरियाँ मिटाने के लिए...